मध्य प्रदेश के इंदौर में कौवों की मौत के बाद अब मंदसौर में भी ऐसे ही मामले सामने आए हैं। मंदसौर, आगर मालवा इलाके में मृत कौवों में एच5एन8 वायरस के स्ट्रेन की पुष्टि हुई है। आंकड़ों के मुताबिक 23 दिसंबर से अब तक राज्य में 400 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है। इसी प्रकार केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बर्ड फ्लू से प्रभावित हरियाणा के पंचकूला और केरल के अलपुझा और कोट्टायम जिलों में केंद्रीय दल को तैनात किया है। मंत्रालय ने आज बताया कि पशुपालन विभाग ने चार जनवरी को केरल के अलपुझा और कोट्टायम जिले में मृत बत्तखों के नमूनों की जांच में एच598 यानी एवियन इंफ्लूएंजा या बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि की। इसी तरह हरियाणा के पंचकूला जिले में भी नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू संक्रमण की पुष्टि हुई। चार जनवरी को हरियाणा और केरल तैनात किये गये केंद्रीय दल में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी), एनआईवी, पुणे, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़, डॉ .राम मनोहर लोहिया, नयी दिल्ली और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, नई दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं। यह दल बर्ड फ्लू के प्रसार की रोकथाम के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना को लागू करने में राज्य के स्वास्थ्य विभाग की मदद करेगा। केरल में 12,000 बत्तखों की मौत के बाद पड़ोसी राज्य कर्नाटक और तमिलनाडु सतर्क हो गए हैं। राजस्थान में झालावाड़ के बाद जयपुर, कोटा और बारां में भी मंगलवार को बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 246 और कौवों की मौत हुई। अब तक कुल 717 कौवों की जान जा चुकी है। कोटा की रामगंजमंडी में 212 मुर्गियां मृत मिलीं।